इंतज़ार तुम्हारे कुछ कहने का कह कर भूल जाने का इंतज़ार सर्दियों में तुम्हारी उँगलियों के ठिठुरने का और काफी के भाप में तुम्हारा अलाव ढूँढने का इंतज़ार पहाड़ के अंतिम छोर पर टिके चाँद का और उसके साथ चलने वाले अकेलेपन का इंतज़ार लहरों के जाने के बाद लौ
by wanderer_wordweaver 7 years ago | via Instagram